पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत पुलिसिंग, आंतरिक सुरक्षा तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, केंद्रीय पुलिस संगठन, कारागार एवं सुधारात्मक प्रशासन को प्रशिक्षण, आधुनिकीकरण एवं अनुसंधान के माध्यम से उच्च गुणवत्ता प्रदान करने हेतु एक राष्ट्रीय स्तर की संस्था है।
पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो की परिकल्पना, आज से 52 वर्ष पूर्व देश की पुलिसिंग में उत्तम कार्यप्रणालियों एवं उच्च मानकों के प्रोत्साहन तथा पुलिस को सक्षम व कार्य कुशल बनाने के लिए की गयी थी। विगत वर्षों से ब्यूरो अपनी उपयोगिता को सिद्ध करते हुए विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रमों, अनुसंधान एवं सुधारात्मक प्रशासन के क्षेत्र में किए गए कार्यों द्वारा पुलिसिंग को वर्तमान समय के अनुरूप आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित करने के लिए निरंतर कार्य करता आ रहा है।
साथ ही, पुलिस को कानून एवं व्यवस्था के साथ-साथ नागरिक केंद्रित बनाने पर बल दिया जा रहा है। ब्यूरो अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा अनुसंधान के माध्यम से पुलिस संगठनों को और अधिक कारगर एवं नागरिक केंद्रित बनाने की ओर अग्रसर है। पुलिसिंग से संबंधित उत्कृष्ट प्रकाशनों व आधुनिकीकरण के माध्यम से नवीनतम जानकारी तथा कौशल को जमीनी स्तर तक पहुँचाने का कार्य भी ब्यूरो प्रमुखता से कर रहा है।
बीपीआरडी द्वारा जहाँ एक ओर पुलिस में महिला कार्मिकों के सशक्तीकरण के साथ उनके दृष्टिकोण को व्यावसायिकतापूर्ण बनाने का कार्य किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर नेशनल पुलिस मिशन के माध्यम से पुलिसिंग के दिन-प्रतिदिन के कार्यों से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण एवं प्रासांगिक विषयों पर देश के पुलिस बलों में आवश्यक परिवर्तन हेतु उन्हें मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है। ब्यूरो अपने अनुसंधान अध्ययनों के माध्यम से गृह मंत्रालय तथा भारत सरकार के अन्य मंत्रालयों को नीतिगत मामलों में बहुमूल्य सुझाव देता आ रहा है। साथ ही राज्य पुलिस बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा केंद्रीय पुलिस संगठनों के मध्य एक संपर्क सूत्र के रूप में भी अपनी उपस्थिति निरंतर दर्ज करा रहा है।
मुझे इस बात की खुशी है कि ब्यूरो में कुशल एवं दूरदर्शी अधिकारियों की सक्षम टीम उपलब्ध है, जो दिन-प्रतिदिन की पुलिसिंग, कारागार एवं सुधारात्मक प्रशासन के क्षेत्र में उचित मार्गदर्शन प्रदान करने में समर्थ है। हाल ही में, गृह मंत्रालय ने आंतरिक सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों, भूमि और समुद्री सीमा प्रबंधन, महिला सुरक्षा सशक्तीकरण, पुलिस छवि तथा सीएपीएफ की क्षमता निर्माण का उत्तरदायित्व भी ब्यूरो को सौंपा है, जिस पर ब्यूरो कार्यरत है।
मुझे आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वास है कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने ब्यूरो पर जो अपना भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरते हुए हम भारतीय पुलिस को पूर्णतः व्यावसायिक एवं नागरिक केंद्रित पुलिस संगठन बनाने की दिशा में आगे ले जा पाएंगे।
माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी ने बीपीआरडी के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर इसके कार्यों की सराहना करते हुए आगंतुक पुस्तिका में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है किः-
“BPR&D के बगैर अच्छे पुलिसिंग की कल्पना नहीं हो सकती ”
माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी के इन प्रेरणादायी विचारों को पूरी लगन तथा निष्ठा के साथ सार्थक करने में ब्यूरो सदैव प्रयासरत रहेगा।